खाटू श्याम की अर्जी कैसे लगाई जाती है? - Khatu Shyam Arji Ardas, इसमें खाटू श्याम की अर्जी या अरदास लगाने के सही तरीके की जानकारी दी गई है।
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मृत्युलोक यानी धरती पर दुःख ही दुःख है। जब से कलियुग की शुरुआत हुई है तब से इच्छाओं के बढ़ने की वजह से दुःख भी बढ़ता जा रहा है।
हर इंसान किसी न किसी परेशानी से घिरा हुआ है। इस परेशानी से छुटकारा पाने के लिए इंसान को किसी सहारे की जरूरत महसूस होती है।
जैसा कि हम सभी जानते हैं कि बाबा श्याम को हारे का सहारा कहा जाता है क्योंकि स्वयं भगवान कृष्ण ने इन्हें कलियुग में अपने नाम से पूजे जाने का वरदान दिया था।
भगवान कृष्ण ने इन्हें कहा था कि जो भी कोई सच्चे मन से आपका स्मरण करेगा उसके सभी बिगड़े हुए काम पूरे हो जायेंगे।
भगवान कृष्ण के वरदान की वजह से आज खाटू के श्याम मंदिर की महिमा दिन दूनी रात चौगुनी बढ़ती जा रही है। यहाँ पर देश से ही नहीं, विदेशों से भी श्रद्धालु बाबा के दर्शन के लिए आते हैं।
बहुत से श्रद्धालु बाबा के दरबार में अर्जी या अरदास लगाते हैं फिर चाहे वो खाटू आ पाए हों या नहीं आ पाए हों। सबसे पहले हम ये जानते हैं कि खाटू श्याम की अर्जी क्या होती है?
खाटू श्याम की अर्जी या अरदास क्या होती है? - What is the Arji or Ardas to Khatu Shyam?
खाटू में विराजे हुए बाबा श्याम, सभी दीन दुखियों की पुकार सुनकर उनके कष्ट दूर करते आये हैं। भक्तजन खाटू आकर श्री श्याम मंदिर में बाबा के सामने अपनी मनोकामनाएँ पूरी होने की प्रार्थना करते हैं।
बहुत से भक्तजन अपनी मनौती के लिए इसे कागज पर लिखकर लाते हैं और मंदिर में पुजारी के माध्यम से बाबा तक अपनी बात पहुँचाते है।
श्याम भक्तों का ऐसा विश्वास है कि इस प्रकार से लिखी हुई मनोकामनाएँ बाबा श्याम अवश्य पूरी करते हैं। कागज़ पर लिखी हुई ये प्रार्थनाएँ ही खाटू श्याम की अर्जी या अरदास कहलाती हैं।
इस प्रकार ये साफ हैं कि अर्जी या अरदास के माध्यम से श्याम भक्त अपनी मनौती को प्रार्थना के रूप में श्याम बाबा तक पहुँचाते हैं।
भक्तों का ऐसा विश्वास है कि श्याम बाबा को लगाई हुई ये अर्जियाँ बाबा स्वीकारते हैं और उनके मन की मुराद पूरी करते हैं।
ज्यादातर श्याम भक्त बाबा के दरबार में नौकरी, संतान, शादी, कारोबार, बीमारी, सुख शांति आदि से संबंधित अर्जियाँ लगाते हैं।
खाटू श्याम की अर्जी कौन लगा सकते हैं? - Who can make Arji to Khatu Shyam?
वैसे तो बाबा श्याम की अर्जी कोई भी श्याम भक्त लगा सकता है लेकिन आपकी समस्या अर्जी लगाने लायक होनी चाहिए।
अर्जी विशेषकर वे लोग ज्यादा लगाते हैं जो खाटू श्याम मंदिर में बाबा के दर्शनों के लिए आ नहीं पाते, जैसे अगर कोई व्यक्ति विदेश में है, कोई बीमार है या फिर कोई किसी कारणवश आने की स्थिति में नहीं है।
खाटू श्याम की अर्जी कहाँ लगा सकते हैं? - Where can one make Arji for Khatu Shyam?
ऐसे श्याम भक्त जो खाटू में आ कर अपनी अर्जी नहीं लगा सकते वो अपने घर से भी बाबा श्याम की अर्जी लगा सकते हैं।
आजकल बहुत से श्याम मंदिरों में अर्जी के लिए पेटी या बक्सा भी रखा जाने लगा है, जहाँ पर श्याम भक्त अपनी अर्जी दे सकते हैं। बाद में इन अर्जियों को खाटू के श्याम मंदिर में बाबा के चरणों में अर्पित कर दिया जाता है।
आप अपनी अर्जी चिट्ठी के माध्यम से डाक द्वारा सीधा खाटू श्याम मंदिर में भी भेज सकते हैं। अगर आपका कोई परिचित खाटू श्याम मंदिर में दर्शनों के लिए जा रहा हो आप अपनी अर्जी उसके साथ भी भेज सकते हैं।
ध्यान दें कि अगर आपकी प्रार्थना सच्ची है तो आप दुनिया के किसी भी कोने में हो, श्याम बाबा आपकी प्रार्थना जरूर सुनते हैं।
तो इस प्रकार हम समझ सकते हैं कि अगर आप अपनी अर्जी खाटू के मंदिर में नहीं भेज पा रहे हो तो इसे किसी भी निकटवर्ती श्याम मंदिर में भेज सकते हैं।
वैसे टेक्नोलॉजी के इस जमाने में जब सब कुछ डिजिटल हो रहा है तब सुनने में यह भी आता है कि अब ऑनलाइन अर्जियाँ भी लगाई जाने लगी हैं लेकिन इन्हें कैसे लगाते हैं, ये समझ से परे है।
खाटू श्याम की अर्जी कैसे लगाते हैं? - How to make Arji to Khatu Shyam?
खाटू की अर्जी लगाने के लिए कोई विशेष प्रक्रिया नहीं है। बस आपको अपनी भावनाओं को एक प्रार्थना के रूप में कागज पर लिखकर बाबा श्याम के चरणों में पहुँचा देना है।
अगर आपकी प्रार्थना सच्ची है तो वो श्याम बाबा तक जरूर पहुँचती है फिर चाहे वो प्रार्थना खुद जाकर की हो या फिर भेजकर की हो।
ऐसा माना जाता है कि अर्जी लगाने के लिए कागज और पेन बिलकुल नये होने चाहिए। पेन में स्याही लाल रंग की होनी चाहिए।
बहुत से लोग अर्जी लगाने के लिए एक प्रक्रिया का पालन करते हैं जो इस प्रकार है -
इस प्रक्रिया के अनुसार सबसे पहले नए कागज पर, नए पेन से लाल स्याही में अपनी प्रार्थना को लिखें। फिर इसे रक्षासूत्र में काम में आने वाले धागे यानी मौली से एक सूखे नारियल के साथ बाँध दे।
अब अपनी श्रद्धानुसार या 11 रुपये की भेंट के साथ श्याम मंदिर में पहुँचा दे। आपकी अर्जी बाबा के दरबार में लग जाएगी।
खाटू श्याम की अर्जी की महिमा क्या है? - What is the glory of the Arji to Khatu Shyam?
कहते हैं कि श्याम बाबा का नाम लेने मात्रा से ही भक्तों के सारे कष्ट कट जाते हैं। जब श्याम बाबा के नाम में इतनी शक्ति है तो सोचिये उनके सामने की गई प्रार्थना में कितनी शक्ति होगी।
खाटू श्याम की अर्जी भी तो बाबा श्याम के चरणों में की गई प्रार्थना ही तो है। इसलिए बाबा श्याम की अर्जी की महिमा अपरम्पार है।
सच्चे मन से बाबा श्याम के चरणों में लगाई हुई अर्जी या अरदास हमेशा पूरी होती है फिर चाहे वो खाटू में आपने खुद जाकर लगाई हो या फिर किसी को भेजकर लगाई हो।
निष्कर्ष - Conclusion
अंत में हम सभी श्याम भक्तों से सिर्फ इतना ही कहना चाहेंगे कि अगर आपके लिए संभव है तो आप बाबा के धाम यानी खाटू जाकर ही अपनी अर्जी लगायें।
यदि आपका खाटू जाना संभव नहीं है तो आप अपनी अर्जी को खाटू भेजकर या अपने आस पास के किसी भी श्याम मंदिर में लगा सकते हैं।
अगर आपकी प्रार्थना जायज और सच्चे मन से की गई है तो श्याम बाबा आपकी अर्जी को जरूर सुनेंगे।
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डिस्क्लेमर (Disclaimer)
इस लेख में दी गई जानकारी केवल शैक्षिक उद्देश्य के लिए है। इस जानकारी को विभिन्न ऑनलाइन एवं ऑफलाइन स्रोतों से लिया गया है जिनकी सटीकता एवं विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। आलेख की जानकारी को पाठक महज सूचना के तहत ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता की ही रहेगी।
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